रिश्वत का खेल, जीरो टॉलरेंस नीति फेल..., 50 हजार की रिश्वत में यूपी पुलिस का दरोगा गिरफ्तार
एंटी करप्शन टीम ने भुड़िया कॉलोनी चौकी पर तैनात दारोगा दीपचंद को पचास हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। उसने पक्ष के लोगों को हड़काकर गिरफ्तारी से बचाने के नाम पर पचास हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी।
बरेली। योगी की जीरो टॉलरेंस नीति को चुनौती देते हुए बरेली के बहेड़ी थाना क्षेत्र के भुड़िया कॉलोनी चौकी के चौकी इंचार्ज को एंटी करप्शन टीम ने रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी दरोगा दीपचंद्र को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया और भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया।
कोतवाली बहेड़ी की पुलिस चौकी भुडिया कॉलोनी पर दरोगा दीपचन्द्र चौकी इंचार्ज के पद पर तैनात थे। सोमवार की रात एन्टी करप्शन की टीम ने उस पचास हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। जीशान के चाचा अकील अहमद व उनके पुत्र नाजिम, दानिश, जुनैद के खिलाफ 31 दिसंबर 2024 को कोतवाली बहेड़ी में बहेडी के पिपलिया चाटो निवासी अनीस अहमद पुत्र लईक अहमद ने एक मुकदमा दर्ज कराया था,जो गलत था। जीशान के भाई ने भी इस मामले में 31 दिसम्बर 2024 कल डायल 112 को मारपीट करने की सूचना दी थी,लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। जीशान के मुताबिक उसके चाचा व भाईयों पर दर्ज मुकदमे की विवेचना भुडिया चौकी इंचार्ज दीपचन्द्र कर रहे थे। आरोप है, कि दरोगा दीपचन्द्र ने गिरफ्तारी से बचाने और मुकदमा खत्म करने के एवज में रिश्वत की मांग की थी। जीशान ने रिश्वत देने से इंकार करते हुए दरोगा को रंगे हाथों पकड़ने की योजना बनाई। और सोमवार की रात उसे पकड़ लिया गया।
एन्टीकरप्शन टीम प्रभारी जितेंद्र सिंह के मुताबिक शिकायतकर्ता उत्तराखण्ड के किच्छा निवासी जीशान मलिक पुत्र इश्तियाक अहमद ने उनके यहां चौकी इंचार्ज दीपचन्द्र द्वारा उसके रिश्तेदारों को एक मामलमें गिरफ़्तार न किए जाने के एवज में पहले 60 हजार रुपए लिए और अब 50 हजार रुपए की रिशवत और मांग रहा था। जीशान ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन में दर्ज कराई थी। जिसके बाद एंटी करप्शन की टीम गठित कर दरोगा को ट्रेप करने के लिए टीम ने तैयारी की गई। उसके मुताबिक टीम ने सबसे पहले किच्छा पहुंचकर जीशान को साथ लिया,और फिर पचार हज़ार के नोटों पर पॉवडर लगाकर शिकायतकर्ता को दे दिया। उसके बाद शिकायतकर्ता जीशान ने भुड़िया कॉलौनी जाकर चौकी इंचार्ज दीपचन्द्र को 50 हजार रुपए दे दिए, और नोट गिनते हुए टीम ने दरोगा को रंगे हाथों चौकी वहीं पर दबोच लिया। टीम दरोगा को पकड़कर कोतवाली देवरनियां ले आई और इसकी सूचना बहेडी कोतवाली समेत पुलिस के आला अफसरों को भी दी।
एन्टी करप्शन टीम के प्रभारी जितेन्द्र सिंह ने देवरनियां कोतवाली में भुडिया कालौनी चौकी इंचार्ज दीपचन्द्र के खिलाफ भष्टाचार अधिनियम के तहत 50 हज़ार रुपए रिशवत लेने का मामला दर्ज करा दिया।
मंगलवार सुबह देवरनियां पुलिस ने पकड़े गए दरोगा को न्यायलय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
कार्रवाई से मचा हड़कंप
रिशवत लेते चौकी इंचार्ज के पकडे जाने से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा गया है। हर तरफ दरोगा के मामले की चर्चा हो रही है।
दरोगा ने किया महकमे को शर्मसार
शासन से लेकर आला पुलिस अफसर तक भ्रष्टाचार के सख्त खिलाफ हैं, लेकिन बहेड़ी कोत की भुडिया कालौनी चौकी इंचार्ज दीपचन्द्र के रिशवत लेते एंटी करप्शन टीम के द्वारा रंगे-हाथों पकडे जाने से पुलिस महकमे को शर्मसार कर दिया है।
पुलिस कप्तान के सख्त रुख का भी नहीं दिखा खौफ
रिश्वत लेते पकड़े गए दरोगा को जिले के सख्त मिजाज एवं तेजतर्रार एसएसपी अनुराग आर्य का भी खौफ नहीं दिखा। पुलिस कप्तान द्वारा भ्रष्टाचार के मामले में एक बाद एक कार्रवाई को दरकिनार कर दरोगा दीपचन्द्र ने रिश्वत ली। उसके इस कारनामे ने पुलिस महकमे की छवि को धूमिल किया है।
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