एसएसपी ने चलाया अपराध नियंत्रण अभियान, अपराधियों पर कड़ी करवाई और 13 नई हिस्ट्री शीट का खुलासा
बरेली। अपराध और अपराधियों पर नियंत्रण के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य द्वारा एक विशेष अभियान चलाया गया। पूरे जिले में आपराधिक गतिविधियों पर रोक लगाना और कुख्यात अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करना है। इसके तहत पुलिस ने अपराधियों का संपूर्ण आपराधिक इतिहास खंगालते हुए उनकी निगरानी के लिए बी-क्लास हिस्ट्री शीट खोली है। इन अपराधियों पर हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, डकैती, रंगदारी, एनडीपीएस एक्ट, गौवध और अन्य संगीन अपराधों में लिप्त रहे हैं। पुलिस की इस कार्रवाई में कई अहम खुलासे हुए हैं।
बी-क्लास हिस्ट्री शीट ऐसे अपराधियों के लिए खोली जाती है, जो बार-बार आपराधिक गतिविधियों में शामिल होते हैं और जिनकी गतिविधियां समाज और कानून-व्यवस्था के लिए गंभीर खतरा होती हैं। इस सूची में शामिल अपराधियों पर पुलिस विशेष निगरानी रखती है।
पुलिस द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार हसीन पुत्र यासीन उर्फ कल्लू (प्रेमनगर) एनडीपीएस एक्ट के तहत तीन मामले दर्ज हैं। आकाश कुमार गौतम पुत्र बिशम्बर दयाल (सीबीगंज) लूट के नौ मामले दर्ज हैं। आरिफ पुत्र अफजाल उर्फ छोटे (शीशगढ़) गोवध के छः मामले दर्ज हैं। गवेंद्र पुत्र बनवारी लाल लोधी (आंवला) एनडीपीएस एक्ट के तहत दो मामले दर्ज हैं। हीरालाल उर्फ नन्हे पुत्र हरीराम (आंवला) एनडीपीएस एक्ट के तहत दो मामले दर्ज हैं। कल्याण उर्फ कल्लू उर्फ अनोखेलाल पुत्र होरीलाल (आंवला) एनडीपीएस एक्ट के तहत दो मामले दर्ज हैं। शाहिद उर्फ शब्बन उर्फ शायर अली (आंवला) हत्या, रंगदारी और हत्या के प्रयास के पांच मामले दर्ज हैं। आसिफ उर्फ लंगड़ा पुत्र अब्दुल कादिर (बहेड़ी) गोवध, पशु क्रूरता और हत्या के प्रयास के सात मामले दर्ज हैं। आमिर पुत्र मोहम्मद हनीफ (बहेड़ी) गोवध और पशु क्रूरता के दस मामले दर्ज हैं। खतीक उर्फ खलीक पुत्र लईक अहमद (बहेड़ी) गोवध, पशु क्रूरता और हत्या के प्रयास के तेरा मामले दर्ज हैं। मोनिश पुत्र हनीफ (बहेड़ी) गोवध के छः मामले दर्ज हैं। मौ. युसूफ उर्फ हफीज पुत्र मौ. युनुस (बहेड़ी) एनडीपीएस एक्ट और जुआ अधिनियम क सात मामले दर्ज हैं। अमन पुत्र परवेज उर्फ पप्पू (बहेड़ी) गोवध और पशु क्रूरता के सात मामले दर्ज हैं। इन 13 अपराधियों के खिलाफ बी-क्लास हिस्ट्री शीट खोली गई है।
पुलिस ने बताया इस अभियान के दौरान यह भी सामने आया कि जिले के 173 हिस्ट्रीशीटर अपराधी अब इस दुनिया में नहीं रहे। सत्यापन के बाद उनकी हिस्ट्री शीट को समाप्त कर दिया गया है। ये वे अपराधी थे, जिन्होंने कभी जिले में आतंक और डर का माहौल पैदा किया था। इस विशेष अभियान का मुख्य उद्देश्य अपराध पर नियंत्रण पाना और जिले को अपराध-मुक्त बनाना है। इसके तहत पुलिस ने न केवल सक्रिय अपराधियों की पहचान की है, बल्कि उनकी हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए निगरानी तंत्र को मजबूत किया है।
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया की सभी थानों को निर्देश दिया है कि वे अपने क्षेत्र में सक्रिय अपराधियों की जानकारी समय-समय पर अपडेट करें, गौवध और एनडीपीएस एक्ट के तहत अपराधियों की संख्या अधिक है। यह अपराध न केवल कानूनी रूप से गंभीर हैं, बल्कि सामाजिक और धार्मिक तनाव का कारण भी बनते हैं। पुलिस ने इन अपराधों में शामिल व्यक्तियों पर विशेष ध्यान दिया है।
हाल के दिनों में पुलिस ने कई अपराधियों के खिलाफ मुठभेड़ की कार्रवाई की जा रही है। हिस्ट्रीशीटर को मुठभेड़ में गिरफ्तार करना इसका उदाहरण है। इस तरह की कार्रवाइयों से अपराधियों में डर का माहौल बना है।
एसएसपी ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर और अन्य संपर्क साधनों को सक्रिय किया गया है।
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