आरबीएसके ने दी नई ज़िंदगी
मीरगंज तहसील दिवस में पुलिस की लापरवाही उजागर, डीएम ने सख़्त फटकार लगाकर समयबद्ध निस्तारण का निर्देश दिया।
➡️ स्थान: मीरगंज तहसील सभागार, बरेली
➡️ घटना: समाधान दिवस में पुलिस की लापरवाही उजागर
➡️ शिकायतें: कुल 53, पुलिस से 15
➡️ कार्रवाई: डीएम अविनाश कुमार सिंह ने सख़्त फटकार
➡️ निर्देश: बिचौलियों का हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं, शिकायत का समयबद्ध निस्तारण
➡️ समाधान: 11 शिकायतें मौके पर निपटाई, शेष संबंधित विभागों को भेजी गईं
➡️ प्रभाव: पुलिस विभाग में हड़कंप, कार्यशैली पर निगरानी बढ़ाई जाएगी
दो वर्षीय तमन्ना के दिल का महंगे इलाज बिना एक रुपये, सरकार ने उठाया पूरा खर्च
जन माध्यम
बहेड़ी। बरेली।राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम आरबीएसके एक बार फिर जीवनरक्षक साबित हुआ है। तहसील बहेड़ी के ग्राम राजू नगला निवासी चेतन प्रकाश और मीनू की दो वर्षीय बेटी तमन्ना के दिल में छेद था। मासूम की बढ़ती तकलीफ़ ने परिवार को चिंता में डाल दिया, लेकिन आरबीएसके की टीम और विशेषज्ञ डॉक्टरों की मेहनत ने बच्ची को नई ज़िंदगी दे दी।
तमन्ना का इलाज करने वाले हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. पारस गुप्ता ने बताया कि इस सर्जरी में सामान्य तौर पर एक से डेढ़ लाख रुपये तक का खर्च आता है, लेकिन सरकार की आरबीएसके योजना के अंतर्गत पूरा इलाज पूरी तरह मुफ्त किया गया। इससे आर्थिक रूप से कमज़ोर परिवार को बड़ी राहत मिली।बच्ची की पहली स्क्रीनिंग आरबीएसके टीम-बी, बहेड़ी द्वारा की गई। जांच में दिल में छेद की पुष्टि होने के बाद नोडल अधिकारी डॉ. पवन कपाही ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तमन्ना को उच्च स्तरीय चिकित्सा संस्थान में सर्जरी के लिए भेजा। विशेषज्ञ चिकित्सकों ने सफल ऑपरेशन कर बच्ची का जीवन सुरक्षित कर दिया।इलाज की प्रक्रिया में टीम के सदस्य मो. ज़ाकिर और बहेड़ी इंचार्ज विवेक कुमार का महत्वपूर्ण सहयोग रहा। परिजनों ने आरबीएसके टीम और चिकित्सकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सरकारी योजना और डॉक्टरों की तत्परता ने उनकी बच्ची को जीवनदान दिया है।
आरबीएसके के तहत ऐसे मामलों में स्क्रीनिंग से लेकर सर्जरी तक, पूरा खर्च सरकार वहन करती है। तमन्ना का सफल उपचार इस बात का प्रमाण है कि यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में भी बच्चों के लिए संजीवनी बनकर काम कर रही है।
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