एसएसपी अनुराग आर्य के नेतृत्व में 22 सट्टेबाज दबोचे, सरगना फरार

एसएसपी अनुराग आर्य के नेतृत्व में 22 सट्टेबाज दबोचे, सरगना फरार

बरेली। बरेली पुलिस इन दिनों एक्शन मोड में है। तेजतर्रार एसएसपी अनुराग आर्य की अगुवाई में अपराधियों की शामत आई हुई है। ताजा मामला थाना बारादरी इलाके का है जहां पुलिस ने सट्टेबाजी के काले खेल पर ऐसा फिनिशर शॉट मारा कि 22 सट्टेबाजों की गिरफ्तारी हो गई। मगर, गिरोह का कैप्टन लक्ष्मीनारायण उर्फ गुन्ना किसी तरह चकमा देकर भाग निकला। गुन्ना की तलाश में चारों तरफ दबिश दी जा रही है। ऑपरेशन किसी फिल्मी स्टिंग ऑपरेशन से कम नहीं था। हुआ यूं कि बरेली पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि कालीबाड़ी इलाके की एक संकरी गली में स्थित एक मकान में रात के अंधेरे में सट्टा की मंडी सजती है। फिर क्या था एसएसपी अनुराग आर्य ने अपनी स्पेशल पुलिस इलेवन को मैदान में उतारा और 7-8 मार्च की रात को अचानक धावा बोल दिया।

जैसे ही पुलिस अंदर दाखिल हुई वहां भगदड़ मच गई। कुछ लोग मोबाइल छुपाने लगे, कुछ पैसे ठिकाने लगाने की कोशिश करने लगे। लेकिन पुलिस की सटीक प्लानिंग के सामने कोई चालाकी काम न आई। मौके पर 22 लोगों को रंगे हाथ पकड़ लिया गया।

पुलिस ने मौके से 1,01,180 रुपये नकद, 13 मोबाइल फोन, 97 सट्टा पर्चियां, 5 मोटरसाइकिलें, लकड़ी के काउंटर, नोटपैड, कैलकुलेटर और पैमाने बरामद किए हैं। जांच में सामने आया कि इस सट्टा गिरोह का मास्टरमाइंड विजय उर्फ कुप्पी और फरार आरोपी लक्ष्मीनारायण उर्फ गुन्ना था। ये लोग एक महिला मंजू के मकान को सट्टा हेडक्वार्टर बना चुके थे। सट्टा पर्चियां लिखने वाले लक्ष्मीनारायण पुत्र भगवत शरण, अंकित शर्मा, संतोष पाल, सुरेंद्र और पैसे इकट्ठा करने वाले नन्हे पुत्र रामचंद्र और लक्ष्मीनारायण पुत्र रामकुमार, पैसा गिरोह के सरगनाओं तक पहुंचाने वाले विजय उर्फ कुप्पी और लक्ष्मीनारायण उर्फ गुन्ना थे।
पुलिस रिकॉर्ड खंगाला गया तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। विजय उर्फ कुप्पी के खिलाफ 18 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं जिसमें जुआ एक्ट, एनडीपीएस एक्ट, गैंगस्टर एक्ट... यानी क्राइम की पूरी थीसिस लिखी जा सकती है। और फरार लक्ष्मीनारायण उर्फ गुन्ना भी कई मामलों में वांछित है।
एसएसपी अनुराग आर्य के नेतृत्व में बरेली पुलिस का क्राइम सफाई अभियान जारी है। इस केस में भी पुलिस ने बेहद पेशेवर तरीके से काम किया। यह सिर्फ एक छापेमारी नहीं थी, बल्कि बरेली पुलिस का अपराधियों को सीधा संदेश था अभी भी वक्त है, सुधर जाओ, वरना सलाखों के पीछे जाना तय है। 

थानेदारों की मिलीभगत से फल-फूल रहा अवैध कारोबार

सूत्रों के अनुसार कुछ थानों में तैनात पुलिसकर्मियों की मिलीभगत से सट्टे का बड़ा कारोबार चल रहा था। बारादरी थाना क्षेत्र के श्यामतगंज कालीबाड़ी इलाके में खुलेआम सट्टेबाजी की जा रही थी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था।